
वीर ज़ारा यशराज कैंप और यश चोपड़ा द्वारा निर्मित सबसे खूबसूरत प्रेम कहानियों में से एक है। शाहरुख खान, प्रीति ज़िंटा और रानी मुखर्जी अभिनीत, यह फिल्म उन फिल्मों में से एक है जो आपको फिर से प्यार में विश्वास दिलाती है। क्या आप ये सपना देखते हैं के कोई आपके लिए “मैं यहाँ हूँ” गा रहा है, या क्या आप ये मानते हैं के सच्चा प्यार सभी जंग जीत जाता है ? अगर हाँ, तो आप जानते ही हैं के वीर ज़ारा फिल्मों की उस शैली में पड़ती है जो भावनाओं को जन्म दे सकती है और ऐसे दर्शकों के आँखों में भी आँसू ला सकती है जो प्यार में विश्वास नहीं करते।
और आज मैं, शाहरुख़ खान के 53वे जन्मदिन के मौके पर.. उनकी इस खूबसूरत फिल्म के, ऐसे खूबसूरत डायलॉग्स लायी हूँ, जो हमें उनसे फिरसे प्यार करने पर मजबूर कर देंगे।
1- खूबसूरत पहली मुलाक़ात
“ऐसा तो नहीं था की इससे ज़्यादा खूबसूरत लड़की मैंने देखी नहीं थी.. पर पता नहीं क्यूँ उसके चेहरे से मेरी नज़र हटती ही नहीं थी..उसकी आँखें झुकी हुई थी और उसकी सांसें तेज़. बहुत डरी हुई थी वो. उसका एक बाल उसकी दाएं आँख को परेशान कर रहा था, वो उसे झटकने की कोशिश कर रही थी पर हवा तेज़ थी… बाल वहीँ का वहीँ..मैंने बाल हटाने के लिए उससे अपना हाथ हटाया … और उसने घबरा कर मेरी तरफ देखा… हम दोनों ने पहली बार एक दूसरे को देखा..वो मुझे डर के मारे घूरती रही.. फिर उसने आहिस्ता अपनी नज़र झुकाई पर मैं उसे घूरता रहा ..
2- क्यूंकि हम सब एक हैं
“वो कहते हैं मेरा देश उसका नहीं, फिर क्यूँ मेरे घर वो रहती है… वो कहते हैं मैं उस जैसा नहीं, फिर क्यूँ मुझ जैसी वो लगती है?”

3- क्यूंकि सच्चा प्यार हमेशा ज़िंदा रहता है
“सच्ची मोहब्बत ज़िन्दगी में बस एक बार होती है , और जब होती है तो कोई भगवान् या खुदा उसे नाकामियाब नहीं होने देता..”

4- एक आदर्श दामाद
मेरे देश की हर माँ.. आप जैसी ज़रूर है..

5- प्यार का इज़हार
“लेकिन कभी भी, कहीं भी एक दोस्त की ज़रूरत पड़े तो याद रखियेगा.. के सरहद पार एक ऐसा शख्स है जो आपके लिए अपनी जान भी दे सकता है…”.
अब ऐसा जादू शाहरुख़ के अलावा कोई बिखेर सकता है क्या ?
मुझे बताइये, वीर ज़ारा का कौनसा लम्हा आपके दिल को सबसे ज़्यादा छू गया!