Sushant Singh Rajput ( Source: Instagram | @sushantsinghrajput)
Sushant Singh Rajput ( Source: Instagram | @sushantsinghrajput)

सुशांत सिंह राजपूत को गए हुए 1 महीने से ज़्यादा हो गया है, और अभी भी हम उनके जाने के गम से नहीं उभर पाए हैं। मुंबई पुलिस की तरफ से हर कुछ दिन में नई नई खबरें सामने आ रही है, और अब एक नई बात सामने आई है, जो विश्वास करना मुश्किल हो रहा है। सुशांत की डेथ को लेकर बांद्रा पुलिस 3 साईकाएट्रिस्ट्स और एक साईकोथेरेपिस्ट्स के स्टेटमेंट्स रिकॉर्ड कर चुकी है। और एक साईकाएट्रिस्ट जो की सीनियर हैं, उन्होंने पुलिस को ये कन्फर्म किया है के सुशांत बाइपोलर डिसऑर्डर से गुज़र रहे थे। हालाँकि, दूसरे डॉक्टर्स ने ये कहा है के वो बहुत ही स्ट्रेस भरी ज़िन्दगी बिता रहे थे, लेकिन उन्होंने एक्टर के डिप्रेशन का कोई रीज़न नहीं बताया। डॉक्टर्स ने ये भी बताया के वो सिर्फ कभी कभी विज़िट करते थे और वो ठीक से दवाईयाँ भी नहीं ले रहे थे।

बांद्रा पुलिस की मानें तो सुशांत नवंबर 2019 से तीनों साईकाएट्रिस्ट्स को कंसल्ट कर रहे थे। डिप्रेशन होने के बाद सुशांत को दवाईयाँ दी गई थी, जो उन्होंने 2-3 महीने के बाद बंद कर दी। मिड-डे के साथ बातचीत में एक ऑफ़िसर ने इस बात का खुलासा किया।

उन्होंने कहा –

सुशांत 2-3 विज़िट्स के बाद अपना डॉक्टर चेंज कर देते थे। तीनों साईकाएट्रिस्ट्स से भी वो तीन- तीन बार से ज़्यादा नहीं मिले। जिन डॉक्टर से वो आखरी बार मिले थे, उन्होंने सुशांत को कुछ दवाईयाँ दी थी, लेकिन उन्होंने सिर्फ 2 महीने ही दवाई ली। एक्टर ने लॉकडाउन के दौरान भी एक साईकाएट्रिस्ट से फ़ोन पर कंसल्ट किया था लेकिन उनकी एडवाइस भी फॉलो नहीं की।

सुशांत ने नवंबर 2019 में एक लीडिंग साईकोथेरेपिस्ट को भी कंसल्ट किया था, लेकिन सोर्स की मानें तो वो उनसे मिलने सिर्फ 3 बार गए थे। एक साईकाएट्रिस्ट ने पुलिस स्टेटमेंट में कहा, “ऐसी बिमारी को प्रॉपर मेडिकल अटेंशन की ज़रूरत होती है, और कुछ दवाईयाँ 9 से 11 महीने तक लेनी होती है। कुछ केसेस में ये दवाईयाँ ज़िन्दगीभर भी लेनी पड़ सकती है। लेकिन सुशांत जैसे ही ठीक महसूस करते थे वो दवाईयाँ लेना बंद कर देते थे।”