लड़कियां अच्छी ड्राइवर नहीं हो सकती हैं, अब भी कई दकियानूसी सोच रखने वाले ऐसी बातें करते रहते हैं। लेकिन मुझे भी बेहद ख़ुशी और सुकून का एहसास होता है, जब कोई कीर्ति कुल्हारी जैसी सशक्त लड़कियां अपने काम से ऐसी सोच को जवाब देती हैं। लड़कियां हैं तो, उन्हें लिपस्टिक के शेड्स ही पता होंगे। बाइक वगैरह के बारे में उन्हें कहाँ पता होगा, ऐसी सोच वालों को एक बार कीर्ति को बाइक चलाते हुए देख लेना चाहिए। वह क्या कॉन्फिडेंस के साथ बाइक ड्राइव करती हैं। दरअसल, हाल ही में कीर्ति कुल्हाड़ी ने शानदार बाइक खरीदी है और बड़ी ही शान से वह इसके ड्राइव का इन दिनों मजा ले रही हैं। और अपने इसी अंदाज़ से कीर्ति ने ‘लड़की हो तो स्कूटी चलाओ’ वाली टिपिकल सोच को टशन के साथ करारा जवाब दिया है.

अपने बाइक ड्राइविंग के शौक के बारे में कीर्ति जब बातें करती हैं, तो उनके चेहरे की चमक यह बयां करती है कि वह ‘द बाइकर गर्ल’ बन कर कितनी खुश हैं। हाल ही जब उनसे बातचीत के दौरान मैंने पूछा कि बाइकर गर्ल की उपाधि उन्हें कैसी लग रही है?

कीर्ति उत्साहित होकर कहती हैं

बहुत अच्छी !! लेकिन मैंने ऐसा कुछ किसी उपाधि के लिए नहीं किया था , बस अपने फन के लिए, और खुद को कुछ अलग महसूस कराने के लिए किया। जब आप कुछ अलग या कुछ नया करते हैं, तो समाज की रटे-रटाये भ्रम तो टूटते ही है। मेरी चाहत है कि मैं भी लद्दाख में बाइक चलाऊं, इसलिए और अच्छी तरह से बाइक ड्राइविंग की ट्रेनिंग लूंगी, ताकि वहां के कठिन रास्ते में बाइक चला सकूं।

लड़कियां अच्छी ड्राइवर नहीं होती हैं, इस सोच के बारे में कीर्ति कहती हैं कि मैं बहुत अच्छी ड्राइवर हूं। और मैं तो कई ऐसी लड़कियों को भी जानती हूं, जो बहुत अच्छी ड्राइविंग करती हैं। लेकिन यह जो बात आती है कि लड़कियां अच्छी ड्राइवर हैं या नहीं, इसके पीछे पितृसत्तात्मक समाज भी है। कीर्ति का मानना है कि बचपन से लड़कों को ड्राइविंग सीखने और सिखाने पर महत्व दिया जाता है। लड़कियों को नहीं। उन्हें तो आत्मविश्वास भी नहीं दिया जाता है ।और फिर बाद में सब कहते हैं कि लड़कियां बाइक या कार नहीं चलाती। जबकि अगर लड़कियों को लड़कों जितना मोटिवेट किया जाए, तो वे भी बहुत अच्छी ड्राइवर बन सकती हैं।

वाकई, कीर्ति हम आपकी बातों से इत्तेफाक रखते हैं और हमें पूरा यकीन है कि आपको देख कर और भी लड़कियां बाइकर गर्ल बनने के लिए प्रेरित होंगी, जिन्हें ड्राइविंग से डर लगता होगा, उन्हें हौसला मिलेगा। मैं भी आपकी बातें सुन कर मोटिवेट हुई हूँ। और मेरी तरह ही काफी लड़कियां आपकी बातों से मोटिवेट होंगी और ड्राइविंग सीखने में नहीं हिचकिचाएंगी। मुझे पूरा यकीन है, अब आपकी जो लद्दाख में बाइक चलाने वाली चाहत है, वह भी जरूर पूरी होगी ही, क्योंकि आप जो भी काम करती हैं, शिद्द्त से करती हैं, फिर चाहे वह आपकी फिल्में हों या कुछ और। सो, मुझे तो बेसब्री से इंतजार रहेगा कि कब आपकी लद्दाख में बाइक ड्राइव करती हुई तस्वीर सोशल मीडिया पर देखूं।

बता दें कि कीर्ति कुल्हारी अपने वेब सीरीज ‘ह्यूमन’ को लेकर चर्चे में हैं।