दिल्ली के निर्भया कांड ने पूरे भारत को झकझोर कर रख दिया था। बुरारी कांड को लेकर पूरा देश चौंका था, जब एक ही घर के 11 सदस्यों ने आत्महत्या कर ली थी। ऐसी सच्ची घटनाओं ने फिल्म मेकर्स को हमेशा ही आकर्षित किया है। हाल के दौर में खासतौर से जब से ओटीटी की दुनिया में इतने बदलाव हुए हैं, ऐसी कई कहानियां हैं, जो फिल्मों, डॉक्यूमेंट्री और वेब सीरीज के माध्यम से दर्शकों तक पहुंची है। तो कुछ ऐसी ही पांच कहानियों के बारे में जानें, जिन्होंने सिनेमाई परदे पर रियल लाइफ कहानी दिखा कर अपने दर्शकों के सामने को सोचने पर मजबूर किया और साथ ही उन्हें इमोशनल भी किया

दिल्ली क्राइम

निर्भया कांड भारत के इतिहास में एक कलंक की तरह है। एक ऐसा काला धब्बा, जिसे कभी भूला नहीं जा सकता है। रिची मेहता जैसी निर्देशक ने बड़ी ही संजीदगी से इस विषय के साथ न्याय किया है । ‘दिल्ली क्राइम’ मौजूदा दौर में बनी ऐसी सीरीज में से एक है, जो हर दशक में प्रासंगिक रहेगी। रिची ने इस फिल्म का जो नैरेटिव रखा है, वह बेहद यूनिक है। एक पुलिस ऑफिसर मां लगातार अपनी बेटी को समझा रही है, यह देश अच्छा है। और ऐसे में अचानक जब एक महिला के साथ बलात्कार की खबर सामने आती है, न सिर्फ एक बेटी का भरोसा टूटता है, बल्कि उन तमाम मांओं के लिए यह बड़ा सदमा होता है, जो अपनी बेटियों के लिए महफूज वातावरण चाहती है। ‘दिल्ली क्राइम’ में उस हर एक पहलू को उजागर करने की कोशिश की। इस सीरीज की सबसे अच्छी बात है कि यह कहीं से भी किसी मुद्दे पर भाषणबाजी या चीजों को सनसनीखेज तरीके से नहीं दर्शाती है। एक इन्वेस्टिगेशन पर बनी सीरीज कैसी हो सकती है। इसका यह एक बेहतरीन उदाहरण है। इस सीरीज में शेफाली शाह और रसिका दुग्गल का काम सराहनीय रहा है। सीरीज के दूसरे सीजन की शूटिंग पूरी हो चुकी है और जल्द ही यह सीरीज दर्शकों के सामने होगी।

हाउस ऑफ सीक्रेट्स : द बुरारी कांड

दिल्ली के बुराड़ी इलाके में 2018 में एक ऐसी घटना हुई, जो दिल दहला देने वाली थी। रहस्यमय तरीके से एक ही परिवार के 11 सदस्यों ने फांसी लगा कर जान दे दी थी। आज भी यह गुत्थी सुलझ पाना मुमकिन नहीं हो पाया है। लेकिन ‘हाउस ऑफ़ सीक्रेट्स : द बुरारी कांड’ में इस घटना को बेहद सलीके और सिलसिलेवार तरीके से प्रेजेंट करने की कोशिश की गई है। भारत में इस मिजाज की डॉक्यूमेंट्री बहुत ही कम बनी है। निर्देशक लीना यादव ने कहानी को दोनों पहलुओं को रखने की कोशिश की है। इसकी खास बात यह है कि यह डॉक्यूमेंट्री किसी नतीजे पर नहीं पहुंचती है। डॉक्यूमेंट्री बनाते हुए जाहिर सी बात है कि फैक्ट्स, इससे जुड़े जरूरी गवाह और कई दस्तावेज जुटाने में निर्देशक को काफी मेहनत करनी पड़ी होगी। किस तरह एक पूरा परिवार आध्यात्मिक विश्वास से अंधविश्वास की ओर बढ़ता है और इसके बाद क्या बड़ी घटना को अंजाम देता है। ह्यूमन साइकोलॉजी को समझते हुए यह एक बेहतरीन डॉक्यूमेंट्री बनी है।

26/11 मुंबई डायरीज

26/11 को मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले की पृष्ठभूमि पर काफी सारी फिल्में और सीरीज बन चुकी हैं। लेकिन हाल ही में रिलीज हुई ‘26/11 मुंबई डायरीज’ एक महत्वपूर्ण वेब सीरीज है, जिसमें लेखक और निर्देशक निखिल आडवाणी ने एक अलग अप्रोच रखा है और नया नजरिया प्रस्तुत किया है। इस बार निर्देशक ने बॉम्बे जेनरल हॉस्पिटल के बंद दरवाजों में किस तरह 26/11 के हमले में डॉक्टर्स ने अहम भूमिका निभाई थी, इसकी सच्ची दास्तां प्रस्तुत की है। कहानी के केंद्र में मोहित रैना और कोंकणा सेन शर्मा हैं। कहानी का मास्टर स्ट्रोक यह है कि जिस तरह से हमले को दर्शाया गया है, वह सिनेमाई परदे पर याद रखे जाने वाले दृश्यों में से एक है।

200 हल्ला हो

सार्थक सेनगुप्ता और आलोक बत्रा द्वारा  बनाई गई यह फिल्म खूब चर्चित रही। साल 2017  में नागपुर में अक्कू यादव हत्याकांड काफी चर्चे में आया था। रेपिस्ट और गैंगस्टर अक्कू यादव ने खुली अदालत में 200 दलित महिलाओं को सरेआम मार डाला था। इन महिलाओं ने अक्कू यादव की हैवानियत को दस साल तक झेला था, लेकिन पुलिस और प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद नहीं कर पाई थी। 13 अगस्त 2004  में जब अक्कू यादव को पुलिस कोर्ट में पेश करने के लिए लायी, तब उसने 200 महिलाओं को मार डाला था। इसी मुद्दे पर 200 हल्ला बोल बनी है। फिल्म समाज में पिछड़ी व दलितों की स्थिति को दर्शाती है और हमारे सामज के हकीकत को पेश करती है। सार्थक सेनगुप्ता और आलोक बत्रा ने एक अहम विषय पर अपने नाम की तरह ही सार्थक फिल्म बनाई है। संविधान, कानून और सामाजिक ढांचे में जिस तरह से दलितों और महिलाओं के शोषण की कहानी को दर्शाया गया है, वह उल्लेखनीय है। ऐसी कहानियाँ कम ही नजर आती रही हैं। अमोल पालेकर, साहिल खट्टर और रिंकू दासगुरु ने इस कहानी को पूरी तरह से चरितार्थ किया।

अभय

‘अभय’ भी सच्ची घटनाओं को प्रस्तुत करने वाली एक बेहतरीन वेब सीरीज रही है। अभय में निठारी सीरियल मर्डर पर एक महत्वपूर्ण टेक लेते हुआ दिखाया गया। यह एक बेहतरीन सीरीज रही, जिसमें कुणाल खेमू ने शानदार अभिनय किया है। केन घोष ने इस सीरीज का निर्देशन किया है।