आलिया भट्ट ने ‘गंगूबाई काठियावाड़ी ‘में महिला का एक स्ट्रांग किरदार निभाया है। वह ‘गंगूबाई’ के रूप में दर्शकों के सामने आने वाली हैं। दर्शक उनके लुक, फिल्म का ट्रेलर देख कर फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में मैंने भी आलिया की इस फिल्म का ट्रेलर एक नहीं, कई बार देखा, और जब-जब आलिया स्क्रीन पर नजर आ रही हैं, मेरी आँखों के सामने वे सारी महिला किरदारों के चेहरे सामने आ रहे हैं, जिन्होंने परदे पर किसी हीरो से कम भूमिकाएं अपनी फिल्मों में नहीं निभाए हैं, फिर चाहे वह माधुरी दीक्षित हों, करिश्मा कपूर हों, तब्बू, करीना कपूर खान हों। हिंदी फिल्मों की अभिनेत्रियों ने ऐसे कई सशक्त किरदार निभाए हैं, जो हमेशा यादगार रहेंगे। हिंदी सिनेमा की कुछ ऐसी सशक्त अभिनेत्रियों वाले किरदारों को मैं तहे दिल से सलाम कहना चाहूंगी

आलिया भट्ट ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ में

आलिया भट्ट फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ में जिस सशक्त किरदार में हैं, वह हमेशा याद रह जाएँगी। आलिया की उम्र पर न जाकर, हमें उनके किरदार को अहमियत दिया जाना चाहिए और कहना चाहिए कि आलिया ने इतने दमदार किरदार में किस तरह से जान डाल दी है। वह जैसे ही स्क्रीन पर आती हैं, छा जाती है, किसी हीरो की जैसी एंट्री होती है, संजय लीला भंसाली ने आलिया को उसी अंदाज़ में प्रस्तुत करने की कोशिश की है और मुझे पूरी उम्मीद है कि आलिया इस लुक में कमाल करने वाली हैं।

करीना कपूर खान ‘चमेली’ में

सुधीर मिश्रा की फिल्म ‘चमेली’ में करीना कपूर खान ने भी एक सशक्त किरदार निभाया है। इस फिल्म को करीना कपूर खान के बेस्ट अभिनय परफॉर्मेंस के लिए याद रखा जायेगा। उन्होंने फिल्म में काफी दमदार शब्द बोले हैं, काफी दमदार संवादों वाली यह फिल्म महिलाओं के अस्तित्व की एक अहम पहलू को उठाती है और करीना ने अपने किरदार को पूरी तरह से जीवंत किया है। करीना खुद मानती हैं कि उनके करियर की यह कठिन फिल्मों में से एक रही है।

तब्बू का ‘चांदनी बार’ किरदार

तब्बू ने मधुर भंडारकर की फिल्म ‘चांदनी बार’ में जो अभिनय किया है, वह कभी मैं तो नहीं भूला सकती हूँ। उन्होंने एक से एक ऐसे दृश्य स्थापित किये हैं, इस फिल्म में कि उन्हें याद रखा जाना चाहिए और दर्शकों के सामने तब्बू का किरदार हमेशा यादगार रहेगा। मधुर की इस फिल्म में तब्बू ने एक बार में डांसर का किरदार निभाया था, जिसकी जिंदगी उस समय खराब मोड़ लेती है, जब उसके माता-पिता की मौत एक हादसे में हो जाती है। तब्बू का किरदार फिल्म में काफी स्ट्रांग था और उनके करियर की बेहतरीन फिल्मों में से यह एक फिल्म मानी गई है। यही नहीं तब्बू के स्ट्रांग किरदारों की बात करें तो मुझे हैदर फिल्म में भी उनका किरदार याद रह जाता है।

माधुरी दीक्षितमृत्यदंड’ में

एक औरत के जब अस्तित्व और उसकी सम्मान पर बात आती है, तो एक कोमल सी दिखने वाली महिला किस तरह एक शक्तिशाली औरत के रूप में सामने आती है, यह इस फिल्म में दिखाया गया है, इस फिल्म में माधुरी किस तरह से अपने पति की मौत के बाद, सत्ता अपने हाथ में लेती है और अपने अस्तित्व की लड़ाई अकेले लड़ती है, माधुरी का इस फिल्म का किरदार कई महिलाओं के लिए इंस्पीरेशन है।

रवीना टंडन ‘सत्ता’ में

‘सत्ता’ ने रवीना टंडन के करियर में बड़ा टर्न दिया है। इस फिल्म से पहले उनकी पहचान केवल ग्लैमरस अभिनेत्रियों के रूप में थी,  लेकिन रवीना ने जो अभिनय ‘सत्ता’ में किया है, वह उल्लेखनीय है। फिल्म में जब उसके पति को एक गलत मर्डर के केस में फंसा दिया जाता है और वह सत्ता में आती है, तो कमाल होता है। रवीना की बॉडी लैंग्वेज से लेकर, उनके द्वारा उठाये गए कदम इस फिल्म में सबकुछ काफी प्रेरणा से भरे हुए हैं। हिंदी सिनेमा में सशख्त महिला किरदारों में हमेशा इसे याद रखा जायेगा।

दीपिका पादुकोण ‘पद्मावत’ में

दीपिका पादुकोण की किरदार ‘पद्मावती’ ने फिल्म ‘पद्मावत’ में अपने सम्मान की लाज रखी और वह खिलजी जैसे खलनायक के सामने नहीं झुकीं।  उन्होंने आत्मदाह करना ज्यादा सही समझा। भंसाली ने एक महिला के इस रूप को भी परदे पर खूबसूरती से दिखाया है और महिला की मजबूती को दिखाने का उनका अंदाज़ भी खास रहा है, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया ।

तापसी पन्नू

यूं तो तापसी पन्नू ने कई दमदार किरदार निभाए हैं, लेकिन ‘थप्पड़’ में उन्होंने एक ऐसी महिला का किरदार निभाया है, जो अपने पति के एक थप्पड़ पर एक्शन लेती है और प्रेरणा देती है कि एक थप्पड़ पर भी आवाज उठाने की जरूरत क्यों है।



इनके अलावा हिंदी सिनेमा में समय-समय पर निर्देशकों ने महिला किरदारों को काफी अहमियत दी है। करिश्मा कपूर ने ‘जुबैदा’ और ‘शक्ति’ फिल्म में काफी दमदार किरदार निभाए हैं। उन्होंने ‘फिजा’ फिल्म में भी एक स्ट्रांग लड़की का किरदार निभाया है। फिल्म ‘दुश्मन’ में काजोल ने एक और दमदार किरदार निभाया था, राजकुमार संतोषी की फिल्म ‘लज्जा’, शबाना आजमी का ‘गॉडमदर’ किरदार भी मुझे बेहद पसंद है और मैं इन किरदारों के बारे में यही कहूँगी कि यह महिलाओं के शक्तिशाली रूप के वर्णन को खूबसूरती से दर्शाती है और जो कि लंबे समय तक याद रह जाएंगे।