‘बाहुबली’ फेम प्रभास अब हिंदी सिने प्रेमियों के साथ घुलने-मिलने लगे हैं।अब उन्हें मुंबई भी अपना सा लगने लगा है।  मुझे याद है, जब ‘बाहुबली’ के प्रोमोशन के दौरान प्रभास आये थे, उस वक़्त काफी कम बातें करते थे, साहो के वक़्त थोड़ी ही बातचीत करते थे।  लेकिन राधे श्याम की रिलीज के दौरान, मुझे एक अलग ही प्रभास नजर आये। प्रभास ने खुद अपनी बातचीत में कहा कि मैं अब बॉलीवुड और आप सबके बीच घुलने-मिलने लगा हूँ, कम्फर्टेबल हो गया हूँ। पहले मैं थोड़ा शर्मिला था। प्रभास की इस सहजता के पीछे वजह यह भी है कि बाहुबली की सफलता के बाद से ही, उन्हें पूरे भारत ने अपना हीरो मान लिया है। ऐसे में प्रभास की राधे श्याम’ के बाद ‘आदिपुरुष’ और भी कई फिल्में हिंदी में मुख्य रूप से रिलीज होंगी। प्रभास ने अपनी इस बातचीत में ‘राधे श्याम’, अपनी आने वाली फिल्में, शादी और इससे जुड़ीं और भी कई बातचीत की है। प्रभास ने बताया कि जब शुरू में वह मुंबई आते थे, दोस्तों के साथ घूमने के लिए, तो समुद्र के किनारे जाते थे, जहाँ उन्हें कोई नहीं जानता था, तब। तो वह आसानी से खूब मस्ती करते थे। अब वह सब संभव नहीं है। लेकिन उन्हें मुंबई की एनर्जी पसंद है और वह इस बात को भी मुंबई की खूबी बताते हैं कि यहाँ के लोग भागते रहते हैं और खुश रहते हैं, एक अजब सी पॉजिटिव वाइब्स है यहाँ पर।


हार्ड वर्क को देता हूँ तवज्जो

प्रभास की फिल्म ‘राधे श्याम ‘में लव और डेस्टिनी की बात है, ऐसे में प्रभास इनमें से किस पर विश्वास करते हैं

इस पर प्रभास ने कहा

तो मेरी जो फिल्म है राधे श्याम , उसमें इस बात को लेकर चर्चा है कि साइंस सही है, फेट या लव या डेस्टिनी की बात सही है। मेरा जो किरदार है, वह विक्रमादित्य का है, जो भाग्य में यकीन करता है। इस फिल्म में जो क्लाइमेक्स है, निर्देशक ने सोच कर बनाया है, वह कमाल का है। पर्सनल लाइफ में मुझे हमेशा लगता है कि हार्ड वर्क सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इसके बाद एक डेस्टिनी भी होती है, क्योंकि मैं अपनी जिंदगी में बाहुबली की बात करूं, तो उस फिल्म में मेरी बहुत मेहनत लगी थी और राजामौली सर को उसमें विश्वास बहुत था।

अमिताभ के साथ काम करने का सपना हुआ पूरा

प्रभास की इस फिल्म के लिए अमिताभ ने आवाज दी है और साथ ही नाग अश्विन की फिल्म में अमिताभ के साथ उन्हें काम करने का मौका मिला है, तो जैसे उनका बड़ा सपना पूरा हुआ है।साथ ही उन्होंने अमिताभ को खूब खाना भी खिलाया, जिसकी तारीफ़ अमिताभ ने सोशल मीडिया पर की थी।

प्रभास ,अमिताभ के साथ काम करने के बारे में और उनकी मेहमान नवाजी का जो मौका मिला, उसके बारे में  कहते हैं कि

हां, मेरा यह हमेशा से सपना था कि मैं उनके साथ काम करूं। तो हुआ यह कि मैं और मेरा परिवार लोगों को खाना खिलाना पसंद करता है बहुत। तो इस बात से पूरी इंडस्ट्री थोड़ी डरी भी रहती है, क्योंकि जब मैं किसी से पूछता हूं कि खाने में क्या पसंद करेंगे और वह कह देते हैं, कुछ भी तो मुझे समझ नहीं आता है कि क्या भेजना है, तो मैं बहुत सारी वेरायटी भेज देता हूं। वेज में अधिक सोचना पड़ता है। नॉन वेज में ज्यादा नहीं सोचता हूं। तो अमिताभ सर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।

तो जब अमिताभ सर के साथ मुझे शूट करना था नाग अश्विन की फिल्म के लिए तो मैं पहले दिन ही काफी उत्साहित था और बार-बार अश्विन को तंग कर रहा था कि मुझे जल्दी से सर के साथ शूट करना है। जब पहला दिन था, उस दिन मेरा शॉट नहीं हुआ, दूसरे दिन अमिताभ सर का अलग सीन था। लेकिन मैं अश्विन से कहा कि अब मुझे इंतजार नहीं हो रहा है, मुझे सर के साथ सीन शूट करना ही है।

शादी कर लूंगा जल्द ही

प्रभास ने अपनी शादी के बारे में भी खुल कर बातचीत करते हुए कहा कि हाँ, वह अब शादी कर लेना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें भी लगता है कि यह हाई टाइम है, जब शादी कर लेनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वह लव मैरिज करना चाहेंगे।

साउथ की फिल्मों के विस्तार को समझने में अभी थोड़ा टाइम लगेगा

प्रभास कहते हैं कि अभी यह कह पाना मुश्किल है कि हर साउथ फिल्म कामयाब ही होगी।

वह कहते हैं

इस वक़्त अभी कुछ भी कह पाना मुश्किल है, अभी भी यह कंफ्यूजिंग वाली स्थिति है, क्योंकि आप देखें तो बाहुबली, केजीएफ और पुष्पा ने ही शानदार तरीके से, रिकॉर्ड तोड़ कमाई की है। तो अब भी यह समझ पाना मुश्किल है, क्या वर्क करेगा, क्या नहीं, जब तक फिल्म रिलीज नहीं होती है, एक तरह से हमलोग ट्रायल ही कर रहे हैं। कई ऐसी फिल्में हैं, जो हिंदी में अच्छी कर रही हैं तेलुगू में नहीं, साहो ने हिंदी में अच्छा किया, तेलुगू से अधिक। तो मुझे लगता है कि अभी इसे समझने में थोड़ा समय और लगेगा।

श्याम और राम दोनों बनने का मौका

मैंने जब प्रभास से यह जानने की कोशिश की कि  कम एक्टर्स को यह मौका मिलता है कि वह एक फिल्म(राधे श्याम) में श्याम तो एक फिल्म ‘आदिपुरुष’ राम का किरदार निभाएं, दोनों की ही पर्सनैलिटी पूरी तरह से अलग रही है, ऐसे में आप व्यक्तिगत रूप से खुद को किसके करीब मानते  हैं ?

इस पर प्रभास का दिलचस्प जवाब आया

वह कहते हैं

मैं सच कहूँ तो बाहुबली को लेकर मैं उतना डरा हुआ नहीं था, जितना ‘आदिपुरुष’ को लेकर डरा हुआ हूँ। मैं विक्रमादित्य से अधिक कम्फर्टेबल हूँ, क्योंकि यह एक फिक्शन है। वहीं ‘आदिपुरुष’ में देश की नजर रहेगी। सिर्फ मैं ही नहीं ओम राउत भी टेंशन में हैं कि आखिर वह कैसे लेंगे यह फिल्म। लेकिन मुझे यह भी लग रहा है कि ओम राउत बॉलीवुड के कमर्शियल निर्देशक हैं। तो थोड़ा रिलैक्स हूँ। सच कहूँ तो उस कहानी में कोई ऐसा कोई विवाद नहीं है, सो मुझे लगता है कि दर्शक पसंद करेंगे।

लार्जर देन लाइफ में नहीं बंधना है

प्रभास साफ़ शब्दों में कहते हैं कि वह फिलहाल किसी भी इमेज में खुद को बाँधना नहीं चाहते हैं।

वह कहते हैं

नहीं, मैं एक ही किरदार में बंधना नहीं चाहता हूँ, इसलिए मैं कॉमेडी और लव स्टोरी जैसी फिल्में कर रहा हूँ, ताकि खुद को एक ही इमेज में न फंसा कर रखूं। मैंने तो इसलिए अपनी फीस को भी कम किया है कि डायरेक्टर यह न सोचें कि मैं बाहुबली के बाद ऐसी फिल्में नहीं करूँगा। साहो में, राधे श्याम में सबमें मैंने कम किया है, ऐसी फिल्में बनती रहें और मैं हिस्सा बन पाऊं।

ब्रांड नहीं करना है मुझे

प्रभास को विज्ञापन की दुनिया में दिलचस्पी नहीं है, क्योंकि वह खुद को अधिक एक्सपोज नहीं करना चाहते हैं,

वह कहते हैं

हाँ, मैं कभी भी ब्रांड्स एंडोरशमेंट को लेकर अधिक दिलचस्पी नहीं रही है। मुझे बहुत ज्यादा एक्सपोज करना खुद को पसंद नहीं है, इसलिए मैं बहुत ज्यादा कुछ विज्ञापन नहीं कर सकता हूँ, मैंने अब तक केवल एक  ही किया है। मुझे एक्टिंग करने के बाद, सिर्फ मैं अपनी दुनिया में रखना चाहता हूँ।

वाकई, प्रभास आपकी फैन तो मैं थी ही, इस बार की मुलाकात और आपके जवाब से आपकी पर्सनैलिटी को और करीब से जानने का मौका मिला, तो और अधिक आपको समझने  मिला। इतनी लोकप्रियता और स्टारडम के बावजूद, आपका जमीन से जुड़ा रहना आपको एकदम खास बनाता है और मैं पूरी यकीन से कह सकती हूँ कि आपके फैंस आपकी इसी सादगी पर जान न्योंछावर करते हैं। आने वाले समय में प्रभास की लोकप्रियता में इजाफा ही होने वाला है।