संजय लीला भंसाली और आलिया भट्ट इन दिनों बेहद खुश हैं और खुश होंगे भी क्यों नहीं, दोनों को ही अपनी फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी से बड़ी कामयाबी जो मिली है। ऐसे में यह फिल्म आलिया भट्ट के करियर की खास फिल्मों में से एक बन गई है। ऐसे में यह बेहद दिलचस्प बात है कि आलिया भट्ट ने संजय लीला भंसाली के साथ इस फिल्म को लेकर एक खास इंटरव्यू किया है, जिसमें संजय ने फिल्म को लेकर कई दिलचस्प बातें की हैं।

संजय लीला भंसाली ने आलिया भट्ट को दिए इस इंटरव्यू में कहा है कि उनके लिए गंगूबाई काठियावाड़ी, उनकी अबतक की सबसे खास पर्सनल फिल्म है।

संजय ने इस वीडियो इंटरव्यू में कहा है कि मैं मानता हूँ

मेरे लिए यह सबसे पर्सनल फिल्म है, क्योंकि इसमें मैंने वीमेन को सेलिब्रेट किया है, जो अमूमन नहीं किया जाता है हिंदी सिनेमा में। मुझे ऐसा है कि यह एक ऐसा किरदार है, जिसको हम 50 सालों के बाद भी इंडियन सिनेमा में सेलिब्रेट करेंगे, मुझे लगता है कि मदर इंडिया में जैसा नरगिस ने किया था, साहेब बीवी गुलाम में जैसा मीना कुमारी ने किया था, बैंडिट क्वीन में जैसा परफॉर्मेंस सीमा विश्वास ने दिया था। मुझे ऐसा लगता है कि यह किरदार उसी तरह लोगों के जेहन में जिन्दा रहेगा।

संजय लीला भंसाली ने अपने पापा के बारे में बात करते हुए कहा कि

मेरे पिताजी  मुझे म्यूजिक सुनाया करते थे, मेरे घर में म्यूजिक का माहौल था, इसके बावजूद कि घर में काफी प्रॉब्लम्स होते थे, मैं हमेशा ही म्यूजिक सुना करता था। क्लासिकल म्यूजिक सुना करता था और वही मेरी कहानी को खास बना देता था।  मेरा बचपन एक अकेले चाइल्ड वाला रहा है, जहाँ मैंने काफी कुछ अब्जॉर्ब किया है और वहीं सब मैं अपनी फिल्मों में दिखाता हूँ, क्योंकि कहीं न कहीं, वह सबकुछ है मेरे जेहन में कहीं न कहीं और यह सब मेरे किरदार में झलकते हैं। मैं एक इमोशनल आदमी हूँ और इन बातों से अफेक्ट होता हूँ, तो अपनी फिल्म में दिखा पाता हूँ ।

संजय ने अपनी बात को आगे जारी रखते हुए यह भी बताया है कि कैसे वह हमेशा क्रिएटिव दुनिया में घूमते रहते थे।

Source : Instagram I @aliaabhatt

वह कहते हैं

मैं अपनी टीचर के पीछे, अपनी कॉपी में पता नहीं कुछ तो बनाता रहता था। मैं हमेशा अपनी क्रिएटिव दुनिया में खोया रहता था, मेरी माँ को भी लगता था कि मुझे क्या हो गया है, मैं इस तरह से क्यों बिहेव करता हूँ, लेकिन मैं ऐसा ही हमेशा से रहा हूँ , मुझे आर्टिस्ट बनने में कई साल लगे हैं, मेरा बचपन इसमें पूरी  तरह से इन्वॉल्व रहा है। मैं अपनी इमेजिनरी दुनिया में रहा हूँ।

संजय लीला भंसाली ने और भी दिलचस्प बातें आलिया से शेयर की हैं, जिसे आप यहाँ देख सकते हैं।

वाकई में मानना होगा कि संजय लीला भंसाली जैसे निर्देशक की फिल्मों में उनकी तपस्या दिखती है और दर्शकों की दुनिया दिखती है, ऐसे में उनकी हर फिल्म यूं ही पेंटिंग की तरह दिखाई नहीं देती है। इसमें उनकी बचपन की तपस्या जो छुपी हुई है। मैं तो उनकी हर फिल्म को उनकी पेंटिंग मानती हूँ, जिसे उन्होंने खूबसूरती से दर्शाया है और मैं उनके काम की मुरीद रही हूँ।