आपके परिवार में जब बचपन से ही, आपके इर्द-गिर्द दो ऐसे लोग हों, जिन्हें अभिनय की दुनिया में इंस्टीट्यूशन माना जाए, तो कहीं न कहीं आप जब एक आर्टिस्ट के बच्चे के रूप में इंडस्ट्री में कदम रखते हैं या रखती हैं, तो कई सारे दबाव उन किड्स पर डाल दिए जाते हैं, लेकिन फिर यह आपका ही टैलेंट होता है कि आप खुद अपनी पहचान स्थापित कर लेते हैं और फिर लोग सिर्फ आपको आपके टैलेंट के लिए ही जानते हैं। मेरे ख्याल से अभिनेत्री श्रिया पिलगांवकर, वैसी ही कलाकार हैं, जिन्होंने मशहूर कलाकार माता-पिता होने के बावजूद, अपने काम से सबको हैरान किया है, श्रिया लगातार अच्छे प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बन रही हैं, अलग-अलग मिजाज एक शोज और फिल्मों का चुनाव कर रही हैं और मेरा ख्याल है यही वजह से कि उन्होंने अपनी पहचान अलहदा बना ली है। ऐसे में इन दिनों, श्रिया अपनी नयी सीरीज मर्डर इन अगोंडा को लेकर चर्चे में हैं। श्रिया ने इस शो के अलावा, मुझसे अपनी बातचीत में यह भी बताया है कि वह प्रियंका चोपड़ा और अनुष्का शर्मा की तरह भविष्य में निर्माण के क्षेत्र में भी जाना चाहेंगी, उन्होंने और भी दिलचस्प बातें की हैं, मैं यहाँ उस बातचीत के मुख्य अंश पेश कर रही हूँ।

हमेशा से रही है गुत्थियों को सुलझाने का शौक

श्रिया का शो मर्डर इन अगोंडा एक मर्डर मिस्ट्री है, जिसमें श्रिया एक फोरेंसिक विभाग में काम करने वाली एक लड़की के किरदार में हैं, लेकिन अपनी भाई की मदद के लिए वह गुत्थी सुलझाने में लगी होती हैं। ऐसे में उन्होंने बताया कि उन्हें बचपन से ही कहानियां पढ़ते हुए, क्लाइमेक्स तक पहुंचते-पहुंचते आदत रही है गुत्थियों को सुलझाने की

वह बताती हैं

मैं तो शुरू से ही ऑबसेस्ड थी, सत्यजीत रे की फेलुदा, शरलॉक होम्स की किताबें काफी पढ़ती थी, तो मैं किताब खत्म करने से पहले ही, पता लगाने की कोशिश करती थी कि ये किसने किया है। काश ! मुझे ऐसे और जासूसी करने के ऑप्शन मिलते। मुझे बचपन से लगता था कि मैं डिटेक्टिव तो अच्छी बन लूंगी, हालांकि  इस शो में वैसे मैं डिटेक्टिव नहीं है, मैं फोरेंसिक में हूँ, इस सीरीज में एक पैरलल ट्रैक भी है, मुंबई में जब वह काम करती थी, तो उसके साथ कुछ ऐसा हुआ रहता है, जो वह दबा कर रखी रहती है, और जब वह इस केस से जुड़ती है तो कैसे तार जुड़ते हैं, यह कहानी में दिलचस्पी लाएंगे। इस सीरीज की कहानी ऐसी है, इसमें ह्यूमर भी है, मर्डर मिस्ट्री का तो एलिमेंट है, लेकिन इसे क्वर्की तरीके से प्रस्तुत किया गया है। एक भाई और बहन इसको सॉल्व करने की कोशिश करते हैं।

सीनियर्स अभिनेत्रियों के लिए बेस्ट टाइम है

श्रिया का मानना है कि यह न सिर्फ युवा अभिनेत्रियों के लिए, बल्कि सीनियर्स एक्ट्रेस के लिए भी काम करने का सही समय है, क्योंकि इस वक़्त हर किसी को मौके मिल रहे हैं।

श्रिया इस बारे में विस्तार से कहती हैं

हालाँकि मैं यह सोच कर काम नहीं करती हूँ कि ये ओटीटी के लिए है या फिल्म के लिए, मुझे कहानी अच्छी लगती है, तो मैं बस उस कहानी के साथ जुड़ती हूँ। हाँ, यह जरूर है कि इंटरनेट के कारण दायरा बढ़ा है, ओटीटी में जिस तरह से फीमेल कैरेक्टर्स को महत्व दिया जा रहा है, वह पहले फीमेल कैरेक्टर्स को नहीं दिया जाता था। उन्हें ध्यान में रख कर कहानी लिखी जा रही है। आज उम्र की भी लिमिट नहीं है, सीनियर एक्ट्रेसेज के लिए भी यह बेस्ट दौर है कि उन्हें अब अच्छे रोल्स मिल रहे हैं। अच्छी बात यह भी है कि इन दिनों कई कॉन्टेंट हेड्स जो हैं, वह महिलाएं हैं और वह ऐसी कहानियों को सपोर्ट कर रही हैं। आज एक्सपोजर ग्लोबल लेवल पर हो गया है। ऐसे में हम सभी पर भी एक प्रेशर भी है कि हमें अपना बेस्ट देना है और अलग करना है। बतौर फीमेल एक्ट्रेस, यह बेस्ट दौर है, जब आप अच्छी कहानियों के साथ काम कर रही हैं, मेरी जल्द ही एक और सीरीज भी आने वाली है गिल्टी माइंड्स, इसमें भी मेरे किरदार को बेहद अच्छे से लिखा गया है। मैं खुश हूँ कि मैं अलग-अलग तरह के किरदार कर पा रही हूँ।

कॉमेडी और महिला एक्ट्रेसेज

श्रिया का मानना है कि कॉमेडी एक कठिन जॉनर हैं, लेकिन नैना गुप्ता जैसी अभिनेत्रियां इसे बहुत सलीके से कर लेती हैं। साथ ही श्रिया मानती हैं कि अब बदलाव आये हैं महिलाओं को लेकर लिखे जाने वाले कॉमेडी सीन्स में।

वह कहती हैं

यह सच है कि पहले आप देखें तो हमारी फिल्मों में सेक्सिस्ट कॉमेडी हुआ करती थी, लेकिन कॉमेडी अब थोड़ी बदली है। कॉमेडी एक टफ जॉनर है, कॉमेडी में एफर्ट नहीं दिखना चाहिए, मेरे पापा ने एक शो बनाया था, तू तू मैं मैं, रीमा लागू और सुप्रिया यानी मेरी मम्मी ने किया था, वह शो काफी पसंद किया गया था, उसमें दोनों महिलाएं ही थीं, ऐसे में उस शो में सिर्फ कॉमेडी नहीं, इमोशन भी था। दरअसल, कॉमेडी आपको काफी मूव भी करती है। मैं मानती हूँ कि आजकल आप नीना गुप्ता को देखें, तो वह अपने सीरियस सीन में भी कुछ ऐसा कर देती हैं कि आपको हंसी आ जाती है। मेरा मानना है कि कॉमेडी का मतलब, सच बोलना होता है और महिलाएं इसे अच्छे से कर लेती हैं।

पर्दे के पीछे भी है शौक

श्रिया को अभिनय के साथ-साथ परदे के पीछे अभिनय करना बेहद पसंद रहा है, वह कहती हैं कि उन्हें अभिनय के साथ-साथ निर्देशन और लिखने में भी मजा आता है।

वह कहती हैं

मैंने जब अभिनय में कदम नहीं रखा था, उसके पहले मैंने डॉक्यूमेंट्री फिल्मों का और कई चीजों में निर्देशन किया है। मैंने असिस्ट भी किया है, मैं आगे चल कर मैं प्रोड्यूस भी करना चाहूंगी, निर्देशित भी करना चाहूंगी। मेरा मानना है कि ऐसा जरूरी नहीं है कि आपके करियर का केवल एक ही डेफिनेशन हो, प्रियंका चोपड़ा, अनुष्का शर्मा और सभी अपने तरह से काम कर रही हैं। मुझे अच्छा लगता है देख कर कि इन सभी ने जो कहानियां भी सपोर्ट की है न, वह एकदम आज के हिसाब से जरूरी कहानियां भी हैं, इसलिए मैं भी कुछ वैसे काम करना चाहूंगी।

फ़ॉलोइंग्स के आधार पर अभिनय

श्रिया इस बात को गलत मानती हैं कि आजकल सोशल मीडिया पर कई इन्फ्लुएंसर्स के नंबर्स को देखते हुए, उनके फॉलोवर्स को देखते हुए काम दिए जाते हैं, वह कहती हैं, इस आधार पर कास्टिंग सही नहीं है।

वह कहती हैं

मुझे इस बात से तकलीफ तो होती है कि कई इन्फ्लुएंसर्स को बिना टैलेंट के भी मौके दे दिए जाते हैं, लेकिन हाँ ऐसा भी नहीं है कि कुछ टैलेंटेड नहीं होते हैं, होते हैं, इसलिए सीधे तौर पर मौका टैलेंट को देख कर करें, न कि फॉलोवर्स के और इन सबके बीच ही वैसे सबको अपनी जगह बनानी ही होती है।

श्रिया ने वाकई, कम समय में अपने काम से सबके दिलों में जगह बना ली है और वह लगातार अच्छे प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बन रही हैं, इस सीरीज के ट्रेलर ने काफी प्रभावित किया है और मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को इस बार भी श्रिया का काम पसंद आएगा। श्रिया की सीरीज मर्डर इन अगोंडा ,8 अप्रैल से अमेजॉन मिनी टीवी पर स्ट्रीम होगी, वहीं गिल्टी माइंड्स ,22 अप्रैल से अमेजॉन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम होने वाली है।