कभी-कभी इत्तेफाक भी हसीन होते हैं, उन्होंने ऐसी सोच कर प्लानिंग नहीं की थी कि उन्हें अभिनय करना है, वह तो बस कॉर्पोरेट जगत से थोड़ी राहत चाहती थीं और इसलिए ब्रेक लिया और ब्रेक-ब्रेक में उन्हें एक्टिंग में ब्रेक मिल गया तो फिर उन्होंने कभी मुड़ कर नहीं देखा और आज वह कई बेहतरीन फिल्मों और ओटीटी प्रोजेक्ट्स में अभिनय कर रही हैं, जी मैं बात कर रही हूँ कि अभिनेत्री अनुप्रिया गोयनका की, जिन्होंने न सिर्फ सशक्त किरदार निभाए हैं, बल्कि बहुत कम उम्र से वह अपने पेरेंट्स को भी सपोर्ट करती आयी हैं। इन दिनों अपनी नयी फिल्म मेरे देश की धरती को लेकर चर्चे में हैं, फिल्म में वह दिव्येंदु शर्मा के साथ हैं। मैंने उनसे बातचीत की है और उसके अंश यहाँ शेयर कर रही हूँ।

लॉक डाउन का समय बेस्ट रहा मेरे लिए

अनुप्रिया गोयनका कहती हैं कि उनके कई अच्छे प्रोजेक्ट्स आये हैं लॉक डाउन में।

वह बताती हैं

मेरे एक साथ कई प्रोजेक्ट लांच हुए असुर, आश्रम और क्रिमल जस्टिस और सारे प्रोजेक्ट्स  मेरे काम को काफी लोकप्रियता भी मिली, क्रिटिक्स ने भी सराहा, तो मेरा हौसला भी बढ़ा और काम से भी लगातार काम मिल रहे हैं, यह एक बड़ी कामयाबी है। ओटीटी की दुनिया ने मुझे नहीं, कई स्टार्स को मौके दे दिए हैं खुद को प्रूव करने के और जो कि कमाल की बात है और मेरे लिए खासतौर से ओटीटी की दुनिया ने वह वॉन्डर किया है।
Source : Instagram I @goenkaanupriya

निर्देशक अब विश्वास करने लगे हैं

अनुप्रिया कहती हैं कि उन्हें नहीं पता कि इंडस्ट्री में उन्हें लेकर, कितना अप्रोच चेंज हुआ है, लेकिन थोड़े बदलाव तो हुए हैं।

वह बताती हैं

लोग आकर सामने से तस्वीरें लेते हैं, यानी दर्शकों के बीच भी मेरा काम पहुंचा है और वे मुझे पहचानने लगे हैं, साथ ही निर्देशकों का ट्रस्ट बढ़ा है, जब वह कहते हैं कि आपको ध्यान में रख कर ऐसा किरदार लिखा है, तो लगता है कि उन्हें मेरे पर विश्वास हो रहा है, मुझे कई कठिन किरदार भी दिए जाते हैं, तो मैं खुद को चैलेन्ज करके खुश हो जाती हूँ।

मैं हमेशा से आत्म निर्भर रही हूँ

अनुप्रिया ने कम उम्र से पेरेंट्स को सपोर्ट किया है।

वह अपने बारे में विस्तार से बताते हुए कहती हैं

छोटी उम्र से ही मैंने कमाना शुरू कर दिया था, पापा को बिजनेस में हेल्प करती थी,सो, मैं हमेशा से सेल्फ एफिशिएंट रही हूँ और आगे भी ऐसी ही रहना चाहूंगी।  लेकिन हाँ, यह सच है कि फिर बिजनेस अच्छा नहीं चला तो मुझे ठप्प करना पड़ा, मैं कभी मुंबई अभिनय के लिए नहीं आयी थी, बल्कि कॉर्पोरेट में काम करती थी, कॉल सेंटर में भी मैंने काम किया है, मैंने मेरे परिवार को लेकर मुंबई शिफ्ट किया। फिर मेरे दिमाग में हमेशा यही रहा कि मुझे उनका ख्याल रखना है, ऐसे में मैंने एक बार अपने काम से कुछ महीनों का ब्रेक लिया था और उसी ब्रेक में मैंने कुछ क्रिएटिव काम शुरू किया, फिर अभिनय शुरू किया तो महसूस किया, इससे पैसे आ सकते हैं, फिर मुझे मजा भी आने लगा और मैंने फिर पीछे मुड़ नहीं देखा और अब तो मैं अपने काम को काफी एन्जॉय करती हूँ। मुझे याद है मैंने खुद को बॉबी जासूस में बड़े पर्दे पर देखा था, तो मुझे बेहद ख़ुशी हुई थी। इसके बाद में काम करना अच्छा मुझे लगने लगा मुझे और मैं लगातार फिर काम करती रही और कर रही हूँ।
Source : Instagram I @goenkaanupriya

वह आगे कहती हैं

कई कलाकारों ने कई बिजनेस की शुरुआत की है, यह बात सही है कि मुझे यह आर्ट आता है, लेकिन फिलहाल मैंने आगे के बारे में नहीं सोचा है, मैं फिलहाल पूरी तरह से अभिनय पर ही फोकस हूँ।

मेरे देश की धरती में गांव की गोरी का किरदार निभा कर खुश

अनुप्रिया इस फिल्म में गांव की गोरी के किरदार में हैं और वह खुश हैं।

वह कहती हैं

गांव की महिलाएं एकदम अलग तरह से सोचती हैं, यह किरदार निभा कर मैं समझ पाई हूँ, वह मेंटल और फिजिकल दोनों तरह से हम सबसे स्ट्रांग होती हैं, घर भी संभालती हैं और खेतों में भी काम करती हैं। उनकी जिंदगी से मैं काफी प्रभावित हुई, वह लोक गीत भी जाती हैं, एन्जॉय भी करती हैं, तो जरूरत पड़ने पर आवाज भी उठाती हैं। हमने भोपाल से कुछ दूरी पर स्थित एक जगह सिउल में शूट किया। तो इस फिल्म से मैंने काफी कुछ सीखा भी है।

अनुप्रिया आने वाले समय में कई दिलचस्प किरदारों में नजर आने वाली है, जिनमें विनय पाठक के साथ फिल्म ताल्लुक कर रही हैं और साथ ही कई और भी दिलचस्प प्रोजेक्ट कर रही हैं, ऐसे में मुझे पूरी उम्मीद है कि वह अपना बेस्ट ही देंगी। फिलहाल, उनकी फिल्म मेरे देश की धरती रिलीज हो चुकी है, जिसमें उन्होंने शानदार अभिनय किया है, फिल्म में कॉमेडी भी है और एक सोशल मेसेज भी। मेरा ख्याल है, पूरे परिवार के साथ आप भी एन्जॉय करेंगे।