इन दिनों, फिर से एक बार दर्शक बेसब्री से आश्रम का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में मैं भी शो के तीसरे सीजन का इंतजार कर रही हूँ, चूँकि पिछला दोनों ही सीजन काफी कामयाब रहा है और इस सीजन में बाबा के साथ-साथ भोपा स्वामी के किरदार को भी खूब लोकप्रियता मिली है, सीरीज में चंदन रॉय सान्याल ने अहम भूमिका निभाई है और उन्हें खूब प्यार मिला है, ऐसे में मैंने उनसे खास बातचीत की है और उन्होंने ‘आश्रम ‘ से मिले स्टारडम और अपने अब तक के करियर को लेकर कुछ खास बातें कही हैं, मैं उसके अंश यहाँ शेयर कर रही हूँ। 

Source: Instagram I @iamroysanyal

ओटीटी की दुनिया ने निखार दिया है 

चंदन रॉय का कहना है कि वह कई फिल्मों का हिस्सा रहे, लेकिन ओटीटी की दुनिया ने उन्हें पूरी तरह से निखार दिया है। 

वह कहते हैं 

मैं इस बात को मानता हूँ कि फिल्मों की दुनिया में किसी एक ही किरदार पर काम होता है, ओटीटी में ऐसा नहीं होता है, यहाँ हर किरदार को निखारने की कोशिश की जाती है, वरना आपका सब्जेक्ट कम होगा, आश्रम सीरीज में यही हुआ, हम सभी का किरदार इस  तरह से संवारा गया है कि हर एक किरदार महत्वपूर्ण हो गया और लोकप्रिय भी। इस बात के लिए प्रकाश झा जैसे निर्देशकों की तारीफ़ होनी चाहिए, मैंने अब तक फिल्मों में भी कई किरदार किये, लेकिन जो लोकप्रियता इस शो से मिल रही है, वह कमाल हो रहा है। 

प्रकाश झा हैं मजदूर निर्देशक 

चंदन रॉय ने प्रकाश झा को लेकर एक खास बात कही, उनका कहना है कि प्रकाश झा जैसे निर्देशकों का मिलना कठिन है। 

वह विस्तार में कहते हैं 

मैंने आज तक प्रकाश झा की तरह का निर्देशक नहीं देखा है, मैं उन्हें मजदूर निर्देशक मानता हूँ, जो सेट पर कॉस्ट्यूम से लेकर, जरूरत पड़ने पर स्पॉट का भी काम कर देते हैं, कैमरा डिपार्टमेंट से लेकर हर तकनीकी डिपार्टमेंट का काम वह आसानी से संभाल लेते हैं। उनसे मैंने काफी कुछ सीखा है, उन्हें अपने किरदारों के साथ ईमानदारी दिखाना आता है, इसलिए आज वह पूरी तरह से कामयाब हुए हैं। 

अब मैं अपनी पसंद की फीस लेने लगा हूँ 

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चंदन रॉय बताते हैं कि अब उनके काम को देखते हुए, निर्देशक उन्हें उनकी पसंद की फीस देने लगे हैं। 

वह बताते हैं 

नि : संदेह आश्रम का प्रभाव बहुत अधिक रहा है, पहले भी लोग या निर्देशक मेरे काम से वाकिफ थे, इस बात से भी वाकिफ थे कि मैं एक अच्छा कलाकार हूँ, लेकिन मुझे मेरी पसंद की फीस नहीं मिलती थी, साफ़ कहते थे, हमारा यही बजट है, आपको इसमें काम करना है, तो करो, नहीं करना है तो मत करो, लेकिन अब वह रवैया बदला है, मुझे मेरी मर्जी के पैसे देने के लिए अब निर्देशक और मेकर्स राजी हो रहे हैं, तो अच्छा लग रहा है कि जो डिजर्व करता था, मुझे अब मिलना शुरू हो गया है। इस सीरीज से मुझे नया जोश मिला है।

रोमांटिक और कॉमेडी किरदार निभाना है 

चंदन मानते हैं कि यह परेशानी तो हिंदी सिनेमा में है कि अगर आप एक किरदार से हिट हुए तो वैसे ही और किरदार दिए जाने लगते हैं।

वह विस्तार से कहते हैं 

यह परेशानी तो है, हालाँकि हाल के दौर में थोड़ा माहौल बदला है, लेकिन यहाँ किरदारों और कलाकारों को लेकर थोड़े एक्सपेरिमेंट करने में हिचकिचा तो जाते हैं, यह एक चीज बदल जाएगी तो माहौल और अच्छा होगा, जैसे फिल्मों में मुझे नेगेटिव ही किरदार अधिक ऑफर होते हैं, जबकि मुझे लगता है कि मैं एक अच्छी रोमांटिक फिल्म कर सकता हूँ और साथ ही कॉमेडी में भी मैं धमाल कर सकता हूँ, मैं चाहता हूँ कि मुझे कुछ ऐसी कहानी ऑफर हो। 

आश्रम पर सवाल उठाना बेकार है 

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चंदन साफ़ तौर पर कहते हैं कि आश्रम में किसी भी धर्म को गलत या नीचा दिखाने की कोशिश है ही नहीं। 

वह कहते हैं 

मैं इस बात को बिल्कुल नहीं मानता कि अगर हम आश्रम में कुछ गलत दिखाते, तो हमें इतने व्यूर्स मिलते, यह शो सबसे ज्यादा देखे जाने वाला ओटीटी शो बन चुका है, ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता, हमने शो में तो सिर्फ यह दिखाया है कि बाबा जो ढोंगी होते हैं और किस तरह से लोगों को ठगते हैं और लोग उनको भगवान मानते हैं, हमने मानवता के आधार पर शो दिखाया है, किसी धर्म विशेष को नीचा दिखाने का सवाल ही नहीं उठता है, मेरी माँ काफी पूजा करती हैं, हमें हर धर्म का सम्मान है। 

वाकई, चंदन रॉय सान्याल का मुझे सिर्फ अभिनय नहीं, बल्कि उनकी बेबाकी भी बेहद पसंद है, इसलिए मैं उनके काम की मुरीद रहती हूँ, उन्होंने कम लेकिन बेहतरीन काम किया है और आने वाले समय में भी वह बेहतरीन ही काम करेंगे, मुझे फिलहाल उनकी सीरीज ‘आश्रम ‘के नए सीजन का बेसब्री से इंतजार है, जो कि एमएक्स प्लेयर पर 3 जून 2022 से स्ट्रीम होगी।