Shahid Kapoor and Kiara Advani in a poster from Kabir Singh
Shahid Kapoor and Kiara Advani in a poster from Kabir Singh

शाहिद कपूर और कियारा अडवाणी की फिल्म, कबीर सिंह  ने देशभर में काफी धूम मचाई। जहाँ कुछ लोगों ने इस फिल्म पर अपना गुस्सा दिखाया, वहीँ बहुत से लोगों ने इस फिल्म को काफी पसंद किया। सॉन्ग्स से लेकर शाहिद की एक्टिंग और डायलॉग्स ने भी सभी का दिल जीत लिया है। वैसे, जिन्हे नहीं पता है, उन्हें बता दूँ के कबीर सिंह, टॉलीवूड फिल्म, ‘अर्जुन रेड्डी’ का हिंदी रीमेक है। और दोनों फिल्म के डायरेक्टर संदीप वांगा है।

Arjun Kapoor; Kabir Singh (Source: Instagram | @arjunkapoor, @shahidkapoor)
Arjun Kapoor; Kabir Singh (Source: Instagram | @arjunkapoor, @shahidkapoor)

कबीर सिंह में शाहिद की एक्टिंग देखकर ऐसा लगता है ना जैसे ये कैरेक्टर उनके लिए ही लिखा गया था? लेकिन ये सच नहीं है, क्योंकि कबीर सिंह में शहीद से पहले अर्जुन कपूर को लीड रोल ऑफर हुआ था , यहाँ तक की प्रोड्यूसर्स मुराद खेतानी और अश्विन वरदे ने जब फिल्म के राइट्स लिए थे तब कबीर के रोल के लिए उनके दिमाग में अर्जुन ही थे, लेकिन सदीप वंगा पहले ही शहीद को कमिट कर चुके थे, इसलिए उन्होंने शहीद के साथ ही फिल्म बनाई।

Arjun Kapoor (Source: Instagram | @arjunkapoor)
Arjun Kapoor (Source: Instagram | @arjunkapoor)

वैसे तो अर्जुन ने अभी तक इस बारे में कुछ नहीं कहा था, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल ही में एक इवेंट में अर्जुन ने इस बारे में खुलकर बात की।

उन्होंने कहा-

मैं अभी ऐसे स्टेज पर नहीं पहुँचा, जहाँ मैं कुछ चूज़ कर पाऊँ या ना कर पाऊँ। जब आश्विन और मुराद (जिन्होंने मुबारकन बनाई) ने राइट्स लिए थे, उन्होंने मुझे दिमाग में रखकर लिए थे। डायरेक्टर संदीप वंगा शहीद से मिले थे, और उसने पहले फिल्म देख रखी थी और उन्होंने साथ में फिल्म करने का फैसला लिया।

Arjun Kapoor (Source: Instagram | @arjunkapoor)
Arjun Kapoor (Source: Instagram | @arjunkapoor)

हालाँकि अर्जुन ने संदीप के विज़न की काफी तारीफ की एंड उन्होंने ये भी कहा के उन्हें लगता है शाहिद सही पसंद थे।

अर्जुन ने कहा-

वैसे, फिल्म्स ही एक्टर्स और डायरेक्टर्स को चूज़ करती है, लेकिन इस केस में हमारी तरफ से इरादा सही था, और हम उसे कंबाइन नहीं कर पाए। इसका मतलब ये नहीं के मैंने उसे छोड़ दिया हो या चूज़ नहीं किया हो। ये कॉम्प्लिकेटेड है। इसमें ह्यूमन इमोशंस और दिसिशन्स और बहुत कुछ आ गया था। डायरेक्टर को कोई और चाहिए था, क्योंकि उन्होंने पहले ही किसीको कमिट कर दिया था। ऐसा नहीं था के उन्होंने कहा हो, ‘तुम नहीं कर सकते’। मेरा इम्प्लस सही रहा,क्योंकि मैंने सही मटेरियल चूज़ किया, लेकिन फिर आप ज़िन्दगी में मूव ऑन कर लेते हैं।

आपका क्या कहना है इस बारे में?