अभी कुछ दिनों पहले ही ऋचा चड्डा और कीर्ति कुल्हारी से बातचीत हुई, तो उन्होंने मुझे बताया कि किस तरह यह दोनों ही अपने प्रोडक्शन हाउस में ज्यादा से ज्यादा महिला क्रू को रखना चाहती हैं, ताकि एक जो माहौल है, जहाँ सिर्फ पुरुषों का एकाधिकार है, वह खत्म हो सके, ऋचा ने मुझसे अपनी बातचीत में इस बात का जिक्र किया कि किस तरह उन्हें यह बात चुभती थी कि उनकी हेयर ड्रेसर, जो कि महिला होती हैं, उन्हें कैसे कुछ भी काम आकर, कोई भी थमा कर चला जाता था, इसलिए वह चाहती हैं कि ऐसा माहौल बनें, जहाँ महिला क्रू खुल कर सांस ले सकें।  माधुरी दीक्षित भी वैसी अभिनेत्री हैं, जो वीमेन पॉवर को सपोर्ट कर रही हैं, उनकी भी टीम के हिस्से में ज्यादातर महिलाएं हैं। काजोल और ऐसी और भी अभिनेत्रियां हैं, जो छोटे ही सही, लेकिन एक प्रयास कर रही हैं। महिला दिवस के मौके पर मैं यहाँ ऐसी ही कुछ अभिनेत्रियों की बात करने जा रही हूँ, जो कुछ इस तरह से ही सही, महिलाओं को आगे बढ़ने के मौके दे रही हैं।

माधुरी रखती हैं हर महिला क्रू का ख्याल : नीलम केनिया

माधुरी दीक्षित एक ऐसी अभिनेत्री हैं, जो अपने आस-पास के क्रू और अपनी टीम का पूरा ख्याल रखती हैं, ऐसा मैं नहीं उनके साथ काम कर चुकीं हेयर स्टाइलिस्ट नीलम केनिया कहती हैं। जी हाँ, नीलम केनिया ने माधुरी दीक्षित के हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज ‘द फेम गेम’ में माधुरी के लिए हेयर स्टाइलिस्ट के रूप में काम किया है।

नीलम ने माधुरी के साथ अपने अनुभव को शेयर करते हुए बताया

माधुरी मैम की सबसे खास बात यह है कि उनके क्रू में ज्यादातर महिलाएं हैं और वह सबका बहुत ख्याल रखती हैं, खाने-पीने से लेकर, सेहत, किसी की तबीयत खराब हो जाये, तो उनको जरूरत की चीजें देना यह सबकुछ करती हैं, साथ ही काम के साथ-साथ काफी मस्ती भी होती है, हमलोग जब द फेम गेम की शूटिंग करते थे और ब्रेक होता था, तो सभी इतनी गप्पे लड़ाते थे और हंसी-मजाक करते थे कि कमरे से बाहर आवाज आती थीं, तो सब दंग रह जाते थे कि अंदर हो क्या रहा है।

नीलम ने अपने करियर के इस मुकाम के लिए भी माधुरी को श्रेय देते हुए कहा

मैं अभी इंडस्ट्री में बहुत पुरानी नहीं हुई हूँ, लेकिन माधुरी मैम जैसे लोगों का सपोर्ट मिलता है, तो आप आगे बढ़ते हों, मैं टॉप मेकअप आर्टिस्ट फ्लोरियन को असिस्ट करती थी, उस समय माधुरी मैम के साथ मुझे काम करने का मौका मिला और माधुरी मैम ने मेरे काम को सराहा और उन्होंने ही रिकमंड किया कि यह लड़की कर सकती है, मौका मिलना चाहिए और फिर मुझे शो मिला। यही नहीं माधुरी मैम अपनी टीम की हर महिला मेंबर को प्रोत्साहित करती हैं कि उन्हें आत्म-निर्भर बनना चाहिए, मैं भी वर्किंग मॉम हूँ और ऐसे में मेरी जर्नी को सपोर्ट मिला है तो मैं खुश हूँ।

कीर्ति और ऋचा का महिला प्रधान प्रोडक्शन

यह मजेदार बात है कि दो लोकप्रिय और अपने शब्दों को लेकर बेबाक रहने वालीं कीर्ति कुल्हारी  और ऋचा चड्डा महिलाओं को प्राथमिकता देने वाला, प्रोडक्शन हॉउस शुरू कर रही हैं, वह चाहती हैं कि हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ें, अब भी ऐसे कई क्षेत्र हैं, फिल्म लाइन के, जिनमें लड़कियां बेहद कम हैं, वह उन लड़कियों को आगे बढ़ाना चाहती हैं। ऐसे में वाकई, इन प्रोडक्शन हाउस के काम को देखना दिलचस्प होगा।

Source : Instagram I @therichachadha @iamkirtikulhari

काजोल ने शेयर की है महिलाओं से घिरे सेट की तस्वीर

काजोल ने रेवती के निर्देशन में आने वाली अपनी अपकमिंग फिल्म ‘सलाम वैंकी’ के सेट से एक बेहद प्यारी तस्वीर शेयर की है, जिसमें उन्होंने सेट पर मौजूद स्टाइलिस्ट, डायरेक्टर, कलाकार, मेकअप आर्टिस्ट, मैनेजर और इन सबकी तस्वीर शेयर की है, जो कि महिलाएं हैं। यह तस्वीर भी अपने आप में वीमेन एम्पावरमेंट को दर्शाता है।

Source : Instagram I @kajol

ट्विंकल खन्ना की टीम में भी हैं ज्यादातर महिला मेंबर

ट्विंकल खन्ना अपनी बातों को बेबाकी से रखती हैं और खासतौर से उनके लिए वीमेन एम्पावरमेंट का मतलब केवल बातें बनाना नहीं है, बल्कि वह अपनी टीम में भी महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा शामिल करती हैं। उन्होंने अपनी टीम की तस्वीर भी शेयर की है, जिसमें उनकी टीम में सिर्फ महिलाएं ही नजर आ रही हैं।

Source : Instagram I @twinklerkhanna


शेफाली शाह

अभिनेत्री शेफाली शाह भी अपनी टीम की तस्वीरें भी हमेशा शेयर करती रहती हैं, जिनमें उनकी वीमेन क्रू या स्टाफ नजर आती हैं, जिसे देख कर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि वह भी अपनी टीम में महिलाओं को अधिक मौके दे रही हैं और यह छोटा ही सही, मगर वीमेन एम्पावरमेंट के लिए एक बेहतरीन कदम तो है ही।

Source : Instagram I @shefalishahofficial

वाकई, मानना होगा, छोटे ही सही लेकिन ऐसे प्रयास होते रहने जरूरी हैं, ताकि ये सेलेब्स महिलाएं ही, आम महिलाओं के आत्म-निर्भर बनाने में बुलंद आवाज बनें। मैं अपनी व्यक्तिगत राय में कहूँ, तो मैं यही मानती हूँ कि चाहे महिला कोई भी हों, उनसे जुड़े पुरुष या उनके परिवार के पुरुष चाहे जितने भी पैसे कमाते हों, लेकिन हर महिला का आत्मनिर्भर बने रहना जरूरी है, यही सबसे बड़ी शर्त एक महिला के लिए होनी चाहिए कि थोड़ा या ज्यादा जो भी हो, वह खुद कमाएं और किसी पर निर्भर न रहें, तभी वह अपने आने वाली जेनरेशन की लड़कियों को भी प्रेरित कर पाएंगी, ऐसे में फ़िल्मी दुनिया में अगर ऐसे छोटे भी कदम उठाये जा रहे हैं कि अभिनेत्रियां ही सही, वे लड़कियों को अपनी क्रू या स्टाफ के रूप में अधिक चुन रही हैं, तो मुझे इसमें कोई हर्ज नहीं आता है, बल्कि वीमेन एम्पॉवरमेंट ही नजर आता है।