इन दिनों, ओटीटी दुनिया की सबसे बड़ी खूबी यही है कि लगातार यहाँ नए एक्सपेरिमेंट्स हो रहे हैं और जो सबसे अच्छी बात मुझे लग रही है, वह यही है कि लगातार ऐसे चेहरे, जिन्हें हम बेहद पसंद किया करते थे, लेकिन उन्हें फिल्मों में मौके कम मिल रहे थे, एक बार फिर से उन्हें प्रोजेक्ट्स करने के मौके मिल रहे हैं। शिल्पा शेट्टी, माधुरी दीक्षित, रवीना टंडन, सुष्मिता सेन के बाद अब सोनाली बेंद्रे ने ओटीटी डेब्यू किया है, अपने नए शो द ब्रोकन न्यूज़  से।  यह सीरीज रिलीज हो चुकी है और क्राइम और थ्रिलर से भरपूर है। श्रिया पिलगांवकर और जयदीप अहलावत के साथ सोनाली की जोड़ी ने किस कदर कमाल किया है, मैं यहाँ विस्तार से बताने जा रही हूँ। मैं यहाँ बता दूँ कि यह लोकप्रिय ब्रिटिश सीरीज प्रेस का हिंदी रूपांतर है।

क्या है कहानी 

कहानी दो चैनलों में चल रहे प्रतिद्वंद्व की कहानी है। चैनल के नाम हैं, आवाज भारती और जोश 24 /7 . प्राइम टाइम एंकर और संपादक अमीना कुरैशी (सोनाली बेंद्रे), पत्रकारिता को अपना पैशन मानती हैं और जूनून के साथ ही अपना काम करना पसंद करती है, उसे गलत को गलत कहने में डर नहीं लगता है। वहीं जोश 24 /7 में है, दीपांकर सान्याल( जयदीप अहलावत), उसे सिर्फ खबरों को सनसनीखेज अंदाज में परोसा पसंद है।  उसके लिए टीआरपी ही उसकी दुनिया है। और इन सबके बीच एक तार जोड़ती है, राधा भार्गव (श्रिया पिलगांवकर), जिसको नैतिक पत्रकारिता करनी है, वह अमीना की स्टार रिपोर्टर है, उसे बिना इन्वेस्टिगेशन किये, कुछ नहीं परोसना है, साथ ही वह अपनी रूममेट के हुए मर्डर का भी पर्दाफाश करना चाहती है।  कहानी मुंबई में आधारित है । ऐसे में अमीना और दीपांकर के बीच कैसे पत्रकारिता की दुनिया के कॉनट्रास्ट को दिखाया जाता है, यह देखना बेहद दिलचस्प है।  आठ एपिसोड्स की इस सीरीज में, हर एपिसोड में कहानी के नए तार जुड़ जाते हैं।  क्राइम, थ्रिलर, सेक्स, संबंध, राजनीति, टीआरपी के बीच चलता रहता है। एक किरदार कैसे न्यूज के एथिक्स को बरक़रार रखने की कोशिश कर रहा है और एक चैनल साफ़ कहता है कि न्यूज इज बोरिंग, आई मेक स्टोरीज में विश्वास रखता है और इन सबके बीच सच्ची न्यूज किस रूप में दर्शकों के सामने पहुँचती है, इसे देखना इस सीरीज में लाजवाब है।

बातें जो मुझे पसंद आयीं 

इस कहानी में न्यूजरूम में होने वाले ड्रामा से इतर, न्यूजरूम तक पहुंचते-पहुंचते कैसे कोई एक ही कहानी, कई रूप ले लेती है और उसे किस तरह से परोसा जाता है, यह देखना दिलचस्प है। मैंने जब पत्रकारिता की पढ़ाई की थी, उस जर्नलिज्म का प्रतिनिधित्व करता किरदार सोनाली का है और दूसरी तरफ जयदीप का किरदार , जो सिर्फ न्यूज बेचने में यकीन करता है, दोनों में जो कॉन्ट्रडिक्शन दिखाया गया है, वह कमाल है। हालाँकि, न्यूज रूम को लेकर होने वाले तमाशे पर कई सीरीज और फिल्में बनी हैं, लेकिन इस सीरीज में थोड़ी तह तक निर्देशक ने जाने की कोशिश की है। निर्देशक की यह भी कोशिश नहीं है कि बेवजह सीरीज को सनसनी बनाया जाये। उन्होंने काफी तर्क पूर्वक रहते हुए, कहानियों को परोसा है। फिल्म के निर्देशक ने जिस तरह से किसी एक ही खबर को जर्नलिज्म एथिक्स, सच्चाई और टीआरपी बीच के द्वंद्व के बाद, दर्शकों तक पहुंचाने के पूरे सिचुएशन को दर्शाया है, वह सीरीज की सबसे खूबसूरत बात है।

बातें जो बेहतर होने की गुंजाईश थी 

कई सिचुएशन ऐसे भी हैं सीरीज में, जो पत्रकारिता पर ही आधारित फिल्मों और सीरीज के हैंगओवर नजर आते हैं, उनसे बचने की कोशिश की जा सकती थी। कुछ और इंटेंस सिचुएशन क्रिएट होते तो, कहानी और रोचक होती।

अभिनय 

सोनाली बेंद्रे ने अभिनय में लम्बे समय के बाद वापसी की है और ऐसा लग रहा है कि उन्हें किसी ऐसे ही किरदार को निभाने का इंतजार था, उन्होंने इस सीरीज में बेहद संजीदगी से काम किया है, जयदीप अहलावत ने एक मतलबी, लालची और अपने लिए जीने वाले न्यूज एंकर की भूमिका में जान डाल दी है। उन्होंने अपने किरदार को रोचक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। श्रिया पिलगांवकर लगातार सीरीज की दुनिया में कमाल कर रही हैं। गिल्टी माइंड्स के बाद, उनके इस किरदार में भी उन्होंने अलग छाप छोड़ी है और दर्शक उन्हें निश्चित तौर पर बहुत प्यार देने वाले हैं। 

कुल मिला कर, न्यूज ड्रामा की असलियत और खबरों की जांच-परख और तह तक जाने वाले और खबरों के माध्यम से खुद का मतलब निकालने वालों के बीच के हर पहलू को इस सीरीज में शानदार तरीके से प्रस्तुत किया गया है, बिना सीरीज को हद से अधिक सनसनी बनाये, इस वजह से मुझे यह सीरीज वन टाइम वॉच तो जरूर लगती है।

वेब सीरीज : द ब्रोकन न्यूज 

कलाकार : श्रिया पिलगांवकर, सोनाली बेंद्रे, जयदीप अहलावत और अन्य 

निर्देशक : विनय वैकुल 

ओटीटी चैनल : जी 5 

रेटिंग : 3 स्टार