इन दिनों, अगर युवा अभिनेत्रियों की बात की जाए, तो सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है कियारा आडवाणी की। मैं इसकी कई वजह देख पा रही हूँ। एक तो कियारा आडवाणी अपनी फिल्मों के विषयों के जिस तरह से चुनाव कर रही हैं, वह दर्शकों के दिलों को छू रहे हैं, इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी कियारा, किसी विवादों का हिस्सा नहीं बनती हैं, वह बिंदास अंदाज में नजर आती हैं, मैं तो पिछले आठ सालों से उनसे लगातार मिल रही हूँ, उनकी पहली फिल्म से लेकर अब कामयाबी हासिल करने के बावजूद वह काफी विनम्र हैं और डाउन टू अर्थ हैं, शायद ऐसी और भी खासियत है उनकी, जो उन्हें अन्य अभिनेत्रियों की तुलना में अलग बना रहा है। उनकी फिल्में हाल ही में रिलीज हुई हैं, जिनमें भूल भुलैया 2 और जुग जुग जियो प्रमुख हैं और दोनों ही कामयाब रही हैं। सो, मैंने यहाँ कियारा के आठ साल के करियर में उनकी रील लाइफ और रियल लाइफ की वे पांच बातें शामिल की हैं, जो मेरी नजर में कियारा को पूरी तरह अलहदा बनाता है।
कामयाबी को नहीं चढ़ाया है सिर पर कियारा ने
कियारा से मिलने पर जो मैं हर बार महसूस करती हूँ, वह इस बात को कभी नहीं भूलती हैं कि इस इंडस्ट्री में उनकी शुरुआत कितनी कठिन रही थी। वह हमेशा याद करती हैं कि किस तरह फगली के बाद, उनके पास कोई ऑफर नहीं आये थे। फिर एमएस धोनी काफी समय बाद मिली, लेकिन कबीर सिंह उनके करियर की टर्निंग पॉइंट रहीं। कियारा को मैंने कभी किसी भी जर्नलिस्ट के सवाल को नकारते हुए या टालने जैसे जवाब देते नहीं देखा है। वह हर सवाल पर विस्तार से जवाब देती हैं, सीनियर जर्नलिस्ट का भी काफी सम्मान करती हैं। और यही बात उन्हें अन्य कलाकारों से अलग बना रही है।
ट्रेडिशनल अवतार से लेकर ग्लैमरस कोशेंट सब है कियारा में
कियारा के किरदारों पर जब मैं गौर करती हूँ, तो यह भी महसूस करती हूँ कि उन्हें जब ट्रेडिशनल अवतार में उनके डिजाइनर सजाते हैं, तब भी उनका रूप निखर कर सामने आता है। वह अपने किरदारों में ग्लैमरस अंदाज भी ले आती हैं। कियारा के साथ, जो मैं महसूस कर पा रही हूँ कि निर्देशक हर तरह के एक्सपेरिमेंट्स कर सकते हैं। वह पारिवारिक किरदारों के साथ-साथ गर्ल नेक्स्ट डोर में भी फिट बैठ रही हैं और शायद यही वजह है कि वह निर्देशकों की पहली पसंद बन भी चुकी हैं।
स्क्रीन पर जब-जब वह रोती हैं दर्शक रो देते हैं
कियारा ने कबीर सिंह ने जिस तरह से एक प्रेमिका का किरदार निभाया है और जिस तरह से वह स्क्रीन पर रोती हैं, उन्हें देख कर, दर्शक भी रोने पर मजबूर हो जाते हैं, वह जिस कन्विक्शन के साथ ऐसे सीन्स को निभा जाती हैं। विद्या बालन, शेफाली शाह, साक्षी तंवर के बाद, मुझे किसी का स्क्रीन पर रोना एकदम वास्तविक लगता है और दिल को छू जाता है, तो वह कियारा ही हैं। हाल ही में रिलीज हुई उनकी फिल्म जुग जुग जियो में उनके और नीतू कपूर के बीच जो एक दृश्य है, जिसमें दोनों सास-बहू काफी इमोशनल हैं, कियारा ने इसे बेहद सार्थक रूप से निभाया है।
फ्रेशनेस और पॉजिटिविटी से भरपूर
कियारा के आस-पास होने पर मैंने उनकी पॉजिटिविटी महसूस की है, उन्हें मैंने कभी भी हड़बड़ी या किसी तरह की शिकायत या कॉम्पटीशन करते हुए नहीं देखा है, ऐसा लग रहा है कि वह बेहद इत्मीनान से, बस अपना काम करती जा रही हैं, क्योंकि वह जानती हैं कि अंतत : काम ही बोलता है, स्क्रीन पर उनका चुलबुला अंदाज, दरअसल, रियल लाइफ रूप ही है कियारा का, जिससे मेरी जैसी कई सिने प्रेमी कनेक्ट करती हैं।
हर दर्शक वर्ग से कनेक्ट
अभी कुछ दिन पहले, मैं मेरे घर के एक बुजुर्ग से बातचीत कर रही थी, उन्होंने मुझसे कियारा के स्वभाव के बारे में जानना चाहा, वह कहते हैं कि जुग जुग जियो उन्होंने देखी और उन्हें लगता है कि कियारा जैसी बहू और बेटी दोनों ही हो सकती है एक घर में, उन्होंने कियारा के किरदार से कनेक्ट किया। फिर मेरे घर के बच्चे, कियारा को भूल भुलैया 2 की रीत से कनेक्ट कर रहे, तो युवाओं में कियारा का क्रश वाली फैन फॉलोइंग है, इससे मैं समझ पा रही हूँ कि कियारा को हर दर्शक वर्ग पसंद कर रहे हैं।
सच कहूं, तो यह कियारा की सादगी है, जिसने दर्शकों का दिल जीता है। कियारा, आप ऐसी ही बनी रहना और आने वाले समय में और भी फिल्में आपके कदम चूमे। कबीर सिंह, शेरशाह, भूल भुलैया 2 और अब जुग जुग जियो, इसी तरह एक के बाद, एक फिल्में कामयाब रहें, बॉक्स ऑफिस की आप शेरशाह बनें और ऐसी ही जुग जुग जीती रहें, मैं तो यही चाहूंगी।